स्त्री वो फूल है
स्त्री वो फूल है


स्त्री वो फूल है,
जो हर बगियाँ की शान है।
स्त्री वो फूल है,
जो हर उपवन में महकती है।
स्त्री वो फूल है,
जो सुख समृद्धि कि प्रतीक है।
स्त्री वो फूल है,
जो हर आंधी तूफान में अडिग है।
स्त्री वो फूल है,
जो कांटों में होकर भी प्यार
करना सिखाती है।
स्त्री वो फूल है,
जो खुद को भूल दूसरों की चेहरे पर
मुस्कान बिखेरती है।
स्त्री वो फूल है,
जो हर उपमा से परे है।