सपने
सपने
कामयाबी की चाह में
सपने हजार है
इन सपनों की दुनिया में
खुशियों की बौछार है
हर वक्त सपनों में खो जाऊँ
एसी कामयाबी की चाह नहीं
हर पल यहाँ कामयाबी का इंतज़ार है
इन आँखों में सपने हजार है
जिन आँखों में कामयाबी की प्यास हो
उन आँखों में नींद कहा
बड़ी कोशिश है मेरी
अपने सपने ख्वाहिश पुरी करूँ
इन चंद लम्हों की तन्हाई में मेरा
सारा संसार है
सपने तो रोज के है पर
कामयाबी की राह से दूर हूँ
इन हवाओं का रुख भी बदलेगा
जब कामयाबी का सिक्का उछलेगा।
