सपने
सपने
सबके होते है सपने
कुछ छोटे तो कुछ बड़े
चाह होती है की वो कभी न कभी पूरे हो
लोग अपने सपने को पूरे करने के लिए जी जान लगा देते है
मगर वही सपने जब टूट जाते है तो बहुत दुःख होता है
दिल टूट जाता है
बिखर जाती है सारी आशाएं
अंतर्मन की आग
बस राख बन रह जाती है
मन में लहरों की तरह भाव आ जाते है
जीने की चाह मर जाती है
खुद पर और भगवान पर से विश्वास टूट जाता है
फिर कुछ समय बाद फिर आ जाते है नए सपने
बुन लेते है हम नए ख्वाब
क्युकी सपने तो सपने होते है
यही सपने हमें जीने की राह दिखाते है
हमें ज़िंदा रखने के लिए उम्मीद जगाते है
जिंदगी भी तो एक सपना है
आज है तो कल नहीं
तो जीए जाओ अपने सपनों में।