सोचना क्या
सोचना क्या
सोचना क्या जिंदगी में,
सोच का कोई अंत नहीं,
जो आए दिल में कर लो,
वक्त का कुछ पता नहीं।
जन्म भी नही बस में अपने,
वरना राजा बन जन्म लेते सब,
खड़े खड़े चल देते हैं सब,
मौत भी अपने बस में नहीं।
हंस खेल कर जियो हर पल,
छोड़ कर सब माया जाल,
कुछ भी ना ले जा सकेंगे,
रह जायेगा यही धरा सब।