मैं खुश हूं
मैं खुश हूं
मृत्यु का मुझे खौफ नहीं,
गलत मैं कुछ करता नही,
आने वाले कल का पता नही,
गुजरा कल कभी लौटता नही।
मैं जीता हूं हर उस पल को ,
जो मेरे साथ है रहता ,
अनजाने भय से मैं ,
कभी नहीं हूं डरता।
अपने अंतर्मन की शक्ति से,
अपने कष्टों से हूं मैं लड़ता ,
दिव्य दृष्टि नही हैं मुझ में,
और दूर की नही मैं सोचता।
जो पास हैं मेरे खुश हु उनसे ,
उनसे करता ना विवाद कोई,
मुझ संग जैसा व्यवहार जो करता ,
उधार उनका कभी कुछ रखता नही।