स्नेह स्निग्ध
स्नेह स्निग्ध
विभिन्न भाषाओं का देश भारत
भांति-भांति बोलियों का देश भारत
एकता की सूत्रधार बंधे भारतवासी
भेदभाव लुप्त कर समीपस्थ करता भारत।
पृथक-पृथक विचारधाराओं से परिभूषित
बहुधा वाद-विवाद का कारण बन प्रदूषित
फिर भी एक लगन लगा एक सूत्र में पिरोए
कमल सरीखे सुहाने निर्विवादित।
स्नेह-स्निग्ध धाराएं हों या वैराग्य-विरक्त
हल्के-भारी, सरल-कठिन में बंटा विभक्त
शीघ्र अति शीघ्रतम हो या हो धीमी गति
विभिन्नता में स्वतंत्रता से अभिव्यक्त।
असंख्य अनूभूतियों का संसार विस्तृत
भावात्मक बंधन में बांध सब परिष्कृत
देश-विदेश ,प्रांत-प्रांत, अखंड
समस्त विश्व में प्रतिष्ठित।
सौभाग्य का मंगल-सूचक भारत
भिन्न-भिन्न राष्ट्रों में सुशोभित भारत
हिन्द महासागर से हिमालय तक
विविध संस्कृतियों को समेटे एक भारत।