"समय की सैर"
"समय की सैर"
अगर लौट आऊँ उस लम्हे में,
जहाँ बचपन की मुस्कान हो,
जहाँ हर मोड़ पर खिल उठे सपनों की जान हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
जब माँ के आँचल में सुकून का आलम था,
वह पल महान हो,
दोस्तों की हँसी में हर दर्द छुपा,
हर दुःख का अफसाना हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
वो पहली मुलाक़ात की झिलमिलाहट
जब दिल में थी सुनहरा जुनून हो,
हर शब्द में गूँज उठी मोहब्बत,
हर सांस में ज़िंदगी का अक्स हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
अगर पास मिले टाइम मशीन की कसौटी,
तो फिर से जीना चाहूँ उस पल में रहने को तैयार हो,
जहाँ हर धड़कन बताती थी प्यार की मीठी दास्तां,
बस एक हलचल हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
बीतते वक्त की परछाइयों में छुपे थे
अनगिनत ख्वाबों का संसार हो,
हर याद में बसता था कोई अफसाना,
कोई उम्मीद की बारात हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
रात की खामोशी में चाँदनी ने बुने थे
सपनों के सुनहरे तार हो,
गहराइयों में उतरते जज़्बात ने सिखाया था
जीने का असली आधार हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
उस मोड़ पर जब आँसू भी थे तो
मुस्कुराहट बन जाते थे बेपनाह वो,
हर लम्हा में मिलता था एक नया रंग,
जैसे हर शाम में हो इक नया इकरार हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
कदमों की आहट में सुनाई देती थी
कुछ खोई हुई आरज़ू हो,
हर मोड़ पर छिपी थी एक दास्ताँ,
एक नयी उम्मीद, एक प्यार का जोर हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
अगर फिर से लौट सकूँ उस सुनहरे दौर में,
जहाँ हर खुशी थी फरमाइश हो,
मिल जाएँगी फिर से वो बेबाक बातें,
वो मीठे लम्हों की अनकही पैमाइश हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
वो पल जब दिल के दरवाज़े खुलते थे,
मिलती थी रूह को राहत हो,
हर याद में बसता था जीवन का एक अनमोल सच,
हर सांस में हो अजब सौगात हो,
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
आईए फिर एक बार जी लें वो पुरानी कहानी,
उन यादों के संग प्यार हो,
टाइम मशीन हो अगर हाथ में,
तो लौट चलें उसी पल में, जहाँ मिलती रहे हर बार हो।
आ चल फिर से जी ले इस पल को......
Kpatel........
