pali kaur
Drama
अतीत प्यारा
यादों का झरोखा
स्मृति पटल।
कड़वी यादें
विस्मृत हो अतीत
उत्तम उपहार।
मीठी यादें
सुखमय अतीत
बने संबल।
हाइकु कविता
स्मृति पटल
करामात लेखन
हाइकु
हाइकु मुक्तक
माँ
दावत
सबके समर्पण का ऋण तुम्हें चुकाना होगा दुर्योधन अब तो तुम्हें राज्य अपनाना होगा। सबके समर्पण का ऋण तुम्हें चुकाना होगा दुर्योधन अब तो तुम्हें राज्य...
मैंने तो सच इसे मान लिया है तुम इसे मानो या न मानो। मैंने तो सच इसे मान लिया है तुम इसे मानो या न मानो।
ज़्यादती हर चीज़ की बुरी ठंड का तीखापन भी सहा जाता है कहाँ। ज़्यादती हर चीज़ की बुरी ठंड का तीखापन भी सहा जाता है कहाँ।
मित्रों में काल गर्ल है ? क्योंकि जेब फटी है उसकी। मित्रों में काल गर्ल है ? क्योंकि जेब फटी है उसकी।
फिर भी अपना कर्तव्य निभाते ! डॉक्टर माँ का कोई संडे नहीं होता ! फिर भी अपना कर्तव्य निभाते ! डॉक्टर माँ का कोई संडे नहीं होता !
वो कभी न माने देती हार, अरे यही तो है माँ का प्यार ! वो कभी न माने देती हार, अरे यही तो है माँ का प्यार !
उनकी यादों को दिल में रखता हूं तो हमेशा उनके पास होने का एहसास होता है। उनकी यादों को दिल में रखता हूं तो हमेशा उनके पास होने का एहसास होता है।
प्यार, भरोसा और इंतज़ार के बाद वो पल कुछ खास था। प्यार, भरोसा और इंतज़ार के बाद वो पल कुछ खास था।
आने वाले लोगों के लिए सिर्फ यादें रह जाएँगी ! आने वाले लोगों के लिए सिर्फ यादें रह जाएँगी !
पलने वाले रिश्ते को सरेआम मैंने निलाम किया। पलने वाले रिश्ते को सरेआम मैंने निलाम किया।
आशीर्वाद देने वाले दादा जी कुछ भी तो नहीं बचा। आशीर्वाद देने वाले दादा जी कुछ भी तो नहीं बचा।
आइये उन्हें यह अवसर देने का हम सब ठानते हैं। आइये उन्हें यह अवसर देने का हम सब ठानते हैं।
ज़िंदगी भी एक सर्कस ही तो है ! अब जोकर बनकर भूख मिटाने लगा हूं ! ज़िंदगी भी एक सर्कस ही तो है ! अब जोकर बनकर भूख मिटाने लगा हूं !
जन्मों के संचित पुण्यों से मिलती हैं बेटियां। जन्मों के संचित पुण्यों से मिलती हैं बेटियां।
फिर भी आँसू नहीं गिरते, क्योंकि लड़के रोते नहीं। फिर भी आँसू नहीं गिरते, क्योंकि लड़के रोते नहीं।
अब तो जीने दो मुझको भी अपने हिसाब से। अब तो जीने दो मुझको भी अपने हिसाब से।
तमाचे और डाँट से भारी हुए बहाने टीचर बोलो अभी तो बेटा खाली प्यार था। तमाचे और डाँट से भारी हुए बहाने टीचर बोलो अभी तो बेटा खाली प्यार था।
सभी पराये हो जाते हैं, होती नहीं पराई मम्मी। सभी पराये हो जाते हैं, होती नहीं पराई मम्मी।
समझने जमाने के भरे हुए जेबों की गरीबी हाँ मनमस्त फकीर हूँ मैं। समझने जमाने के भरे हुए जेबों की गरीबी हाँ मनमस्त फकीर हूँ मैं।
कई अजूबे इस दुनिया में तुम मानो या न मानो। कई अजूबे इस दुनिया में तुम मानो या न मानो।