समंदर पार
समंदर पार
राष्ट्रहित पर राष्ट्रवाद
सर्वोपरि मैं हूं
लंका भेद समुद्र पार
विजय पताका मैं हूं।
मैं ही भूत मैं ही भविष्य
मैं ही वर्तमान में हूं
उठा पत्थर डाल समुद्र में
पत्थर पे लिखा राम मैं हूं।
राष्ट्रहित पर राष्ट्रवाद
सर्वोपरि मैं हूं
लंका भेद समुद्र पार
विजय पताका मैं हूं।
मैं ही भूत मैं ही भविष्य
मैं ही वर्तमान में हूं
उठा पत्थर डाल समुद्र में
पत्थर पे लिखा राम मैं हूं।