Priyanka Gupta
Tragedy
पैसा सब कुछ नहीं यह उतना ही सच है ,
जितना कि पैसा बहुत कुछ होता है।
थमना है
थमना
ठहर जाना
प्रेमविहीन जी...
खुराक सपनों क...
सहअस्तित्व
वर्तमान
कभी सोचा नहीं
तुम्हारा साथ ...
याद आते हो
श्वास भरे हैं तन में जो मुझको आप सम्भालो श्वास भरे हैं तन में जो मुझको आप सम्भालो
जहाँ होता हर पल बस अपमान ही हो वहाँ वृद्धाश्रम ही ज्यादा अच्छा है। जहाँ होता हर पल बस अपमान ही हो वहाँ वृद्धाश्रम ही ज्यादा अच्छा है।
जब बेटा बेटी एक समान तो क्यों जागे भाव असमान ! जब बेटा बेटी एक समान तो क्यों जागे भाव असमान !
जो अब तक तो नाकाम ही रही है तुम्हारे ही गुरुत्व की स्थापना में। जो अब तक तो नाकाम ही रही है तुम्हारे ही गुरुत्व की स्थापना में।
प्रेमिका बिछडने के प्रेमी सोचता है, क्या सोच रही होगी वह... गम-ए-हिज्र में होगी वह...? प्रेमिका बिछडने के प्रेमी सोचता है, क्या सोच रही होगी वह... गम-ए-हिज्र में होगी ...
सारे ख्यालात विचार मिलते थे हमारे सिवा हमारी जाति के घरवालो को नामंजूर हुआ सबने मिलकर दूर किया उ... सारे ख्यालात विचार मिलते थे हमारे सिवा हमारी जाति के घरवालो को नामंजूर हुआ सब...
खुद को वो खुदा समझने की भूल कर बैठे वक़्त की आँधियों में कौन ठहर पाता है। खुद को वो खुदा समझने की भूल कर बैठे वक़्त की आँधियों में कौन ठहर पाता है।
प्यार प्यार
दिया जलता रहा राह तकता रहा, वो ना आए तेरा रतजगा हो गया। हमदम तेरा हमराह दुश्मन हुआ, वक़्त बदला तेरा ... दिया जलता रहा राह तकता रहा, वो ना आए तेरा रतजगा हो गया। हमदम तेरा हमराह दुश्मन ह...
फिर भी मैं "पराई" ? फिर भी मैं "पराई" ?
बस आँखों में चंद कतरे लिए अपने गंतव्य को चल दी। बस आँखों में चंद कतरे लिए अपने गंतव्य को चल दी।
आओ ऐतबार कर लो अब हम पर, आओ एक वफ़ा-ए-वार कर लो हम पर, भूल चुके है हम भी अपनी ही काबिलियत, इस रंग... आओ ऐतबार कर लो अब हम पर, आओ एक वफ़ा-ए-वार कर लो हम पर, भूल चुके है हम भी अपनी ...
इक तो तोड़ा है दिल, उसपे ये भी सितम, पूछता है मुझे, और क्या हाल है। इक तो तोड़ा है दिल, उसपे ये भी सितम, पूछता है मुझे, और क्या हाल है।
प्रियतम की राह देख रही प्रियतमा की भावना क्या होती है...? कभी तो आएंगे मेरे साजन और होगा मिलन यही ना... प्रियतम की राह देख रही प्रियतमा की भावना क्या होती है...? कभी तो आएंगे मेरे साजन...
सोचता हूँ, छोड़ दूँ, जिंदगी अब जल रही। सोचता हूँ, छोड़ दूँ, जिंदगी अब जल रही।
ये कभी नहीं, समझ सके कोई, क्यों आंख नाम है ये, खामोश सी हुई। ये कभी नहीं, समझ सके कोई, क्यों आंख नाम है ये, खामोश सी हुई।
जज्बात था दोनों दिल में, प्यार का इजहार था मुश्किल में। मैं सब कुछ समझ गई थी और, वो था जिसे कुछ स... जज्बात था दोनों दिल में, प्यार का इजहार था मुश्किल में। मैं सब कुछ समझ गई थी औ...
जानकर गर्भ सूना कराते हो, जानकर गर्भ सूना कराते हो,
हर सांस में जान हमने तुमको ही बसाया है, यूं सांस में बसकर सांसे तोड़ जाया न करो जिसने मुझे बनाया, ... हर सांस में जान हमने तुमको ही बसाया है, यूं सांस में बसकर सांसे तोड़ जाया न करो...
नर्क से जन्नत की ओर रुख मोड़ दिया माँ तुमने नर्क से जन्नत की ओर रुख मोड़ दिया माँ तुमने