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Juhi Grover

Abstract Tragedy

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Juhi Grover

Abstract Tragedy

वक़्त लगेगा

वक़्त लगेगा

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वक़्त लगेगा तुम्हे जानवर से इन्सान बनने में,

मन्दिर मस्जिद के झगड़े से भगवान् बनने में।


राजनीति में चुनाव का कोई तो मुद्दा चाहिए,

वक़्त लगेगा तुम्हे बलवान से दयावान बनने में।


अपना ही अपना सब कुछ दिखाई देने लगा है,

वक़्त लगेगा तुम्हे दूसरों का सम्मान बनने में।


अपनी ख़्वाहिशों को पूरा करना सब जानते हैं,

वक़्त लगेगा तुम्हे सब का अरमान बनने में।


मरते मरते जीने की चाहत हमेशा हम रखते हैं,

वक़्त लगेगा तुम्हे ग़ैरों के लिए जान बनने में।


अपने अपने भगवान् के लिए सब लड़ते हैं,

वक़्त लगेगा सबके दिलों में पूजा स्थान बनने में।


वक़्त लगेगा तुम्हें जानवर से इन्सान बनने में,

मन्दिर मस्जिद के झगड़े से भगवान् बनने में।


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