"सीख लिया "
"सीख लिया "
तेरी महफिल में आना सीख लिया,
टूटे हुए दिल से मुस्कुराना सीख लिया..
और उसकी नाजायज शर्तें कुछ यूं मानते चले गए,
कि रूठा यार मनाना सीख लिया...
मुझे छोड़कर बहुत खुश है वो रकीब के साथ,
मैंने बेकार ही अश्कों को बहाना सीख लिया.
चंद सिक्कों की खातिर बेच कर के ये कलम,
देखो हमने कमाना सीख लिया..
किसी गैर की खातिर माँ को छोड़ आया वो वृद्ध आश्रम में,
देखो दूध का कर्ज चुकाना सीख लिया..
और मोहब्बत कैसे की जाती है ये तुम क्या समझोगे आयुष,
उससे पूछो जिसने इसे निभाना सीख लिया..

