Neerja Sharma
Action Classics Inspirational
सीधी बात
आज के युग में
सीधी बात कहना
माना, नहीं है आसान,
पर क्या करें
लोगों को समझ
तभी आता है।
अगर समझाने का
यदि करें प्रयास
तो बात
ज्यादा उलझती कई बार।
अनुभव कहता
न ज्यादा दिमाग खपाओ
सीधी बात कहो
और पार हो जाओ।
नेत्र कलम
एहसास
रक्षाबंधन -मे...
रानी लक्ष्मीब...
खाली हाथ
सुखी परिवार
अवकाश (पंजाबी...
हमारी पृथ्वी
धरती माँ
समय
जो तन पर शीतल जल लगे सांस वहीं रुक जाय, जो तन पर शीतल जल लगे सांस वहीं रुक जाय,
समय से पहले सब नष्ट हो जाएगा प्रकृति अनमोल उपहार करो इसकी देखभाल समय से पहले सब नष्ट हो जाएगा प्रकृति अनमोल उपहार करो इसकी देखभाल
हवा संग झूमते, धूप संग खिलते, बिना किसी चाह के, हर दिन ये हंसते। हवा संग झूमते, धूप संग खिलते, बिना किसी चाह के, हर दिन ये हंसते।
बड़ा ही सुकून है कब्रिस्तान में। मौत के सन्नाटे है खामोशियां बहुत है।। बड़ा ही सुकून है कब्रिस्तान में। मौत के सन्नाटे है खामोशियां बहुत है।।
निभाते हुए सारे कायदे... अंधेरों में खोया हुआ, बस यहीं कहीं हूं ना निभाते हुए सारे कायदे... अंधेरों में खोया हुआ, बस यहीं कहीं हूं ना
ये जहां है बस एक जगह, तेरे जीने के लिए। ये जहां है बस एक जगह, तेरे जीने के लिए।
कभी माँ दुर्गा के रूप में ज्ञात, तो कभी लक्ष्मी का वरदान बताते। कभी माँ दुर्गा के रूप में ज्ञात, तो कभी लक्ष्मी का वरदान बताते।
संध्या की बेला में, नभ में फैले हैं, काले-गोरे बादल, सपनों से भरे हैं। संध्या की बेला में, नभ में फैले हैं, काले-गोरे बादल, सपनों से भरे हैं।
खिला था कमल वही कभी ! अब मुरझाने की शुरुआत है ! खिला था कमल वही कभी ! अब मुरझाने की शुरुआत है !
जो लोग खुशक़िस्मत होते हैं, उनके सितारे तो ऊँचे आसमां पर चमका करते हैं, जो लोग खुशक़िस्मत होते हैं, उनके सितारे तो ऊँचे आसमां पर चमका करते हैं,
कंस और रावण का भी तो आखिर में ही अंत हुआ। कंस और रावण का भी तो आखिर में ही अंत हुआ।
विचारों को चाट रही, वहमों की काट बाक़ी है। विचारों को चाट रही, वहमों की काट बाक़ी है।
किसी भी कार्य को पूरा करने की आपकी सदिच्छा अत्यंत ही प्रशंसनीय है किसी भी कार्य को पूरा करने की आपकी सदिच्छा अत्यंत ही प्रशंसनीय है
नए-नए बंद अस्पताल चालू कर उनको सफल हमने बना दिये। नए-नए बंद अस्पताल चालू कर उनको सफल हमने बना दिये।
तो चलो आज हम ही इजहार करते हैं बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम तो चलो आज हम ही इजहार करते हैं बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम
भले वह कितने भी ऊंचे पद पर आसीन हो मगर घर में तो वह मां ही होती है। भले वह कितने भी ऊंचे पद पर आसीन हो मगर घर में तो वह मां ही होती है।
उद्योग उद्योगपति व्यापार व्यापारी ये ठीक है उद्योग उद्योगपति व्यापार व्यापारी ये ठीक है
मुस्कान की चाह में साहस भरा, हर चुनौती पर विजय पाने वाली। मुस्कान की चाह में साहस भरा, हर चुनौती पर विजय पाने वाली।
खाक करके जीवन सारा, ख्वाबों को आसमां में बिखेर दिया है। खाक करके जीवन सारा, ख्वाबों को आसमां में बिखेर दिया है।
व्यर्थ आंसू बहाने से अब क्या होगा जो अपना था ही नहीं कभी व्यर्थ आंसू बहाने से अब क्या होगा जो अपना था ही नहीं कभी