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Nisha Nandini Bhartiya

Drama

3  

Nisha Nandini Bhartiya

Drama

श्रम से जले हाथ

श्रम से जले हाथ

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हाथ जले हैं मेहनत से 

हौसला बुलंद है

पुरुषत्व के साथ में 

फिर वही दमखम है 

मेहनत की रोटी 

मेहनत का साग है 

श्रम करने वालों के 

सिर पर ताज है। 


हर सफल व्यक्ति का

मेहनत महा मंत्र है 

इसकी परिधि में 

समाये सब तंत्र है 

रास्ता परिश्रम का  

सीधा सरल है 

चौराहे,गली,नुक्कड़ से 

मिलता गरल है। 


हाथ थामे एक दूजे का 

कर्म सब करते हैं 

राह की मुसीबतों को 

मिल कर ठेल देते हैं 

राह पर सफलता की 

मिलजुल कर चलते हैं 

बल पर एकता की 

नाज सभी करते हैं।


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