श्रीराम
श्रीराम
मेरे जीवन को श्रीराम के जीवन से बहुत प्रेरणा मिले।
उन्हें जीवन में सुख और आराम होते हुए भी न मिले।
श्री राम पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के संग वन चले।
वन में एक छोटी कुटिया बनाई खुले आकाश के तले।
एक दिन एक ढोंगी साधु सीता से भिक्षा मांगने आया।
वह और कोई नहीं, लंका से रावण साधु वेष धर लाया।
सीता ने जैसे ही लक्ष्मण रेखा पार कर उसे भिक्षा दी।
रावण ने झूठ का चोला उतारा और सच्चाई बता दी।
रावण सीता को ले गया,उनका छल से अपहरण किया।
जटायु बचाने को आए तो उन पर शस्त्र से प्रहार किया।
सीता का पता लगाकर हनुमान मिले और लंका जलाई।
समुद्र पार वानर सेना संग राम गए, रावण से की लड़ाई।