श्री राम
श्री राम
त्रेता युग का वचन निभाने,
आए हैं श्रीराम।
नीरज नयन हृदय में धीरज,
आभा ललित ललाम।।
बाइस जनवरी सन् चौबीस,
होगी प्राण प्रतिष्ठा,
रोम -रोम गाता है सबका,
जय जय जय श्री राम।।
त्रेता युग का वचन निभाने,
आए हैं श्रीराम।
नीरज नयन हृदय में धीरज,
आभा ललित ललाम।।
बाइस जनवरी सन् चौबीस,
होगी प्राण प्रतिष्ठा,
रोम -रोम गाता है सबका,
जय जय जय श्री राम।।