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Neelam Sharma

Classics

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Neelam Sharma

Classics

मेरे सपनों का भारत

मेरे सपनों का भारत

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राम राज्य हो मेरे भारत में नहीं भ्रष्टाचार का डेरा हो।

गांवँ- गांँव तक शिक्षा पहुंँचे, ज्ञान का नवल सवेरा हो।

एक रहे हम मिलकर सारे,न तेरा न मेरा हो!


दीन दुखी न कोई जिसमें बस खुशियों का बसेरा हो।

श्रमिक किसान की मेहनत फलित हो अन्न -धान का डेरा हो।

एक रहे हम मिलकर सारे,न तेरा न मेरा हो!


विचारशील हो युवा यहांँ का, भविष्य का चितेरा हो।

संस्कृति -संस्कार से निर्मित सभ्य भारत मेरा हो।

एक रहे हम मिलकर सारे,न तेरा न मेरा हो !


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