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Monika Jayesh Shah

Tragedy

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Monika Jayesh Shah

Tragedy

श्रद्धांजली

श्रद्धांजली

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आज पापा को दिल से श्रद्धांजली

ऑलवेज मिस यू पापा


पिता पिता हैं !

जीवन का सार हैं !

ज़िंदगी का भार उठाता !

बच्चों का GOD हैं !

संसार की मूरत !

भविष्य की सूरत !

दिल से कठोर !


मन का विभोर !

किस्मत को चमकता !

जीवन का सत्व हैं !

सत्य है;पिता !

पिता ही पिता हैं !

पिता ही परमेश्वर !


चिट्टी ना कोई संदेश..

इस दिल पे लगा के ठेस;

जाने वो कोनसा देश !

जहाँ तुम चले गए !


माँ की प्रेमल छाया !

 पापा का दुलार !

किस्मत मे नहीं थे दोनों !

छोड़ दिया मेरा साथ !

आज भी मन में है;

मेरे दिल मे उनकी याद !

देखती हू इधर-उधर !

 पर नजर नहीं आते पास !

किस्मत मेरी अच्छी ना थी !


 मेरे प्यार में ही कुछ कमी थी !

तभी तो ख़ुदा ने बुला लिया

 उन्हें अपने पास !

कहती हूँ; भगवान से वो ! 

जहाँ रहे; वहां खुश रहे !

आज मेरे दिल ने;

 न दिया मेरा साथ !

आंसुओं की निकल पड़ी धार !

 इतना था प्यार !

मेरे दिल से निकली;

माँ-पापा के लिए !

 कविता आज !


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