श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि
ज़िन्दगी की इन राहों में तुम
शमा जलाकर चले गए,
तुम ख़्वाब दिखाने आए थे
तुम ख्वाब दिखाकर चले गए,
जिंदगी की इन राहों में
तुम साथ हमारे चलते थे,
तुम हाथ थाम के चलते थे
तुम हाथ छुड़ा के चले गए,
ज़िन्दगी की इन राहों मे तुम
वक़्त के साथ बदलते थे,
अब वक्त तो तेज़ दौड़ता है
तुम उसे हरा के चले गए !