शपथ
शपथ
आओ हम सब बच्चे
शपथ ले देश के उत्थान की,
देश के उत्थान के लिए
रोपे बीज़ महेनत का
और अपने पसीने से उसे सींंचे,
आज छोटी उपलब्धियाँ मिलेंगी
कल बढ़ी उपलब्धियों से
महकायेंगें ये धरती ये चमन।
आओ हम सब बच्चे
शपथ ले देश के उत्थान की।
देश के उत्थान के लिए
गूंथे माला प्रेम की
पिरोयें उसमें सब धर्म
बने गहना वो इंसान का
जिसे पहन महक उठे
ये धरती ये गगन
आओ हम सब बच्चे शपथ ले
देश के उत्थान की।
देश के उत्थान के लिए
उर्जा का सृजन करें
न व्यर्थ मेंं बरबाद करें,
कल के लिए एक नया निर्माण करें
और विकसित हो ये धरती ये चमन,
आओ हम सब बच्चे शपथ ले
देश के उत्थान की।
देश के उत्थान के लिए
स्वस्थ भारत की नींव रखेे
घर-घर मेंं स्वच्छता का पाठ पढायेंं
हर रोग से मुक्त हो,
खिल जाये ये धरती ये गगन
आओ हम सब बच्चे शपथ ले
देश के उत्थान की।