"शिव शक्ति का संगम"
"शिव शक्ति का संगम"
लहराओ केसरिया परचम
ढोल बजाओ मंगल गाओ
करो दूर गहन अंतस तम
ये है शिव शक्ति का संगम
लाल वस्त्र में सजीं हैं गौरा
बाघम्बर ओढ़े औघड़ शिव हैं
नंदी सवारी धवल साथ है
भूत भभूत संग नाचे शव है
अद्भुत छवियां ये भोले की
द्वार हिमांचल के आयी हैं
बजत बधाई तुरही बाजे
न्यारी सी छवि में शिव हैं...।