शिक्षक
शिक्षक


दुनिया में बहुत कम लोग होते है
जो हमे जानते है समझते है
खुद में विश्वास करना सिखाते है
वो होते है हमारे गुरु, मार्गदर्शक,
दोस्त और शिक्षक।
मुझे समय समय पर सभी गुरुओं का
मार्गदर्शन मिला।
सिर्फ धन्यवाद कहना ही काफी नही है
उन गुरुओं के लिए जिन्होंने मेरे जीवन को
तराशा मुझे ज़मीन से आसमान में
उड़ना सिखाया और तुम सब कर सकते हो
यह हौसला भी मुझ मे जगाया।
आसान नहीं थी मेरी राह
यह कॉलेज का दौर था जब हम सब
कोशिश कर रहे थे
कॉलेज को समझने की
टीचर्स को और एक दूसरों को
पहले तो टीचर्स को लेकर मन मे था डर अपार
फिर ना जाने वो डर कहाँ खो गया और
मैंने अपने टीचर्स में एक अच्छा दोस्त पा लिया।
कॉलेज से अब तक बहुत से गुरु मिले
जिन्होंने समय समय पर मुझे गाइड किया
और अब तक करते है।
बस इतना ही कहना चाहूँगी
यह तन विष की बेल री, गुरु अमृत की खान,
शीश दिए जो गुरु मिले तो भी सस्ता जान।
धन्यवाद आप सभी का यह स्नेह, आशीष, प्यार
और आप सबका सहयोग यूँ ही बनाए रखे।