रांझे सी मोहब्बत का ऐलान जो तुम करते थे अब मन्नत के धागे तो अब किसी और संग बांधते हो रांझे सी मोहब्बत का ऐलान जो तुम करते थे अब मन्नत के धागे तो अब किसी और संग बांध...
जहाँ मदहोशी का आलम न हो, बड़ी बड़ी बातें न हो, रातों से लंबे सपने न हो जहाँ मदहोशी का आलम न हो, बड़ी बड़ी बातें न हो, रातों से लंबे सपने न हो
जरूरत पड़ने पर सभी भूल जाते हैं पहचान कर भी दूर से ही नज़रें चुराते हैं जरूरत पड़ने पर सभी भूल जाते हैं पहचान कर भी दूर से ही नज़रें चुराते हैं
आज उन रास्तों पर मैं अकेला ही खड़ा हूँ आज उन रास्तों पर मैं अकेला ही खड़ा हूँ
चौतरफा हंगामा होने पर भी कुछ न बिगडे़गा हमारा सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तान हमारा । चौतरफा हंगामा होने पर भी कुछ न बिगडे़गा हमारा सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तान...
ख़्वाबों से ले के हकीक़त तक, रास्तों से ले के मंज़िल तक ख़्वाबों से ले के हकीक़त तक, रास्तों से ले के मंज़िल तक