शिक्षक की महिमा
शिक्षक की महिमा
गुरु से बढ़कर दुनिया में
और कोई नहीं ,
जहाँ गुरु है वहाँ
कभी अंधेरा नहीं।
गुरु की बातों को कभी
नजरंदाज मत करना,
जिंदगी ख़राब हो जाएगी
हमेशा पछताते रहना।
गुरु साथ है तो दुनिया
गर्दन झुकाती,
गुरु से दूर अपने पैर पर
कुल्हाड़ी मारती।
साथ है तो आसमान के
तारे तोड़ता है,
बिना साथ के ओखली में
सिर देता है।
देता हूँ गुरु जी आज
आपको धन्यवाद,
डरूंगा नहीं कभी जिंदगी में
आये जितने वाद-विवाद।
दोस्त उनसे कभी दूर
मत चले जाना,
कैसे कर पाओगे समाज से
लोहा लेना ।
विद्यालयों में पढ़ाने वालों को
केवल नहीं कहते गुरु,
उन्हें भी कहते जो सही मार्ग
का करते हैं शुरू ।।
