हिन्दी एकता की जान है
हिन्दी एकता की जान है


हिन्दी हर भारतवासी की पहचान है
एकता की जान, हमारी शान है
चौदा सितंबर को हिन्दी दिवस मनाते
जान दे देंगे इस भाषा को सन्मान देते
अधिक बोली जाने वाली भाषा है
इसकी लिपि देवनागरी कहलाती है
वैसे असंख्य भाषाएँ बोली जाती है
परन्तु हिन्दी इन सबमें विशिष्ट है
इससे पूरा भारत आपस में जुडा
हिन्दी शब्द की उत्पति सिन्धु से पड़ा
आज़ादी मे
ं देश को हिन्दी एकता में बाँधा
इसे और आगे ले जाएंगे करलो साँधा
नवजागरण के जनक हैं भारतेन्दु हरिश्चंद्र
हिन्दी को पहुँचाना है हरजगह बड़ा या क्षुद्र
साहित्य का इतिहास लिखें गार्सा द तासी
करते प्रयोग सब चाहे ऑफिसर या चपरासी
सिर्फ एक दिन हिन्दी दिवस नहीं मनाना
अंग्रेजी चक्कर में राजभाषा को मत खो देना
वादा करेंगे हमेशा इसका साथ निभाएंगे
बच्चों से बूढ़े, सबको राष्ट्रभाषा सिखाएंगे।