STORYMIRROR

Jaydeep Vegda

Inspirational

4  

Jaydeep Vegda

Inspirational

सब्र रखो

सब्र रखो

1 min
573

हो जायेगी मनचाही तुम्हारी सब्र रखो,

हो जाएगी एक दिन तबाही सब्र रखो,


खुदा की अदालत पर यकीन करो फैसला होगा,

हो जाएगी सुनवाई तुम्हारी सब्र रखो,


मिलना बिछड़ना तो दस्तूर है दुनिया का,

हो जाएगी साथ परछाई तुम्हारी सब्र रखो,


स्वर्ग नरक के भर्म से होना है दूर,

काम आएगी ईमानदारी तुम्हारी सब्र रखो।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational