शिक्षा वही जो राष्ट्र पर गौरव करना सिखाए
शिक्षा वही जो राष्ट्र पर गौरव करना सिखाए


नासमझ को जो समझाएं
जीवन का महत्व बतलाए
मान सम्मान हर मुकाम दिखाए
आदर्श मानकर
प्रेरक बनकर
ज्ञान देकर
नियमों में बांधकर
मिट्टी को सोना बनाए
बिना सुगंध के फूलों को महकाए
इनकी आशीषों से पत्थर में भी प्राण आ जाए
अंधेरे पथ पर रोशनी छा जाए
शिक्षक ही राष्ट्र के उज्जवल भविष्य
के निर्माण में पहली ईट लगाए
ज्ञान का प्रकाश चारों दिशाओं में फैलाए
रुके हुए पानी को
झरनों नदियों समुंद्र से मिलाए
अज्ञान की सभी परते हटाए
गागर में सागर बन जाए इनकी
शिक्षा वही
जो राष्ट्रीय पर गौरव करना सिखाए