शिकायत
शिकायत
तेरा चेहरा इतना खूबसूरत है,
जो मुझे मोह में हमेशा डुबाता है.
मेरी शिकायत तेरे चेहरे से है,
जो मुझे देखने की इच्छा रहती है।
तेरे कजरारे नैना बहुत नशीले है,
जो मुझे घायल बनाकर रहता है,
मेरी शिकायत तेरे नैनों से है,
जो इश्क के जाम छलकाते रहते है।
तेरा हुस्न का जादू इतना बेशुमार है,
जो मुझे हर पल मदहोश बनाता है,
मेरी शिकायत तेरे हुस्न से है,
जो मुझे भान शान भुलाता रहता है।
तेरा मिलना मुझे कयामत लगता है,
जो मुझे ख्वाबों में बहुत सताता है,
मेरी शिकायत तेरे ख्वाबों से है,
जो मेरी रात की निंद उड़ता है।
तुझे मिलने तड़प दिन रात रहती है,
जो मुझे इश्क का दीवाना बनाती है,
मेरी शिकायत अब तुझ से है "मुरली",
तू मेरे दिल में क्युं नहीं समाती है?