शीर्षक: प्रार्थना
शीर्षक: प्रार्थना
चिर जन्म मरण जो है निराकार ,
नमन करता चरणों में सारा संसार।
हर जीव में जो भर दे श्वास,
जहां से संचार हो शक्ति विश्वास।
अमूर्त मूर्त में है विराजमान,
सुमन में देते सुगंध की पहचान।
सब के उर में भर देते प्रीत,
प्रार्थना से ही लगता सुंदर संगीत।
मनुष्य के कल्याण का उपहार,
विचार सौंदर्य से परिपूर्ण हो स्वप्न साकार।
मानवहित सर्वोपरी न्यायपूर्ण हो सर्वाधिकार।
संपन्न हो हर काज सबके प्रार्थना करे यह कलमकार।
सत्य, शीव, सुंदर की करें भक्ति,
प्रेम, करुणा से मिलती शक्ति।
हर दिन प्रार्थना से करें सारे शुरू उत्सव,
प्रार्थना से शुभ करे हर काम को संभव।
