शहीद दिवस पर लिखे दोहे
शहीद दिवस पर लिखे दोहे
वीर पुत्र पंजाब का, भगत सिंह था नाम।
अल्प आयु में कर गया, बड़े बड़े वो काम॥१॥
मर्द मराठा बाँकुरा, राजगुरु शिवराम।
जीवन न्योछावर किया, बड़ा चुकाया दाम॥२॥
राजगुरु सुखदेव थे, भगतसिंह के साथ।
हँसते हँसते ले लिया, फंदा अपने हाथ॥३॥
सुन लो मेरे साथियों, लाख टके की बात।
इंक़लाब के नाम पर, अब धंधा दिन रात॥४॥
भगत सिंह के चित्र को, टाँग लिया दीवार।
नेता आगे कर रहा, देश का बंटाधार॥५॥
भगत गुरु सुखदेव ने, सब कुछ दिया लुटाय।
आज उसी के नाम पर, लूटे नेता जाय॥६॥
हिंसा पथ पर तुम चले, बिगड़ेंगे हालात।
बहकावे में देश पर, मत करना आघात॥७॥
स्वतंत्र देश है अब यहाँ, लोकतंत्र आधार।
काबिल नेता तुम चुनो, मत का है अधिकार॥८॥