STORYMIRROR

BHAVANA AHUJA

Abstract

3  

BHAVANA AHUJA

Abstract

शब्द

शब्द

1 min
298

शब्दों की झंकार से,

जीवन में मिठास घुलती है,


जीवन के शुरुआत हैं शब्द,

जीवन का अंत भी है शब्द!


शब्द हैं भावनाओ में,

शब्दहै भाषाओं में,


शब्द हैं विचारो में,

शब्द हैं व्यहवारों में !


शब्द मुझे मेरे मन से जोड़े,

शब्द मुझे दुसरो से भी जोड़े,


अंतत शब्दों का

इस्तेमाल संभल कर करें,

क्या हड़बड़ी,

कोलाहल कैसा ?


सुन्दर शब्द निखरे व्यक्तित्व,

अप्रिय शब्द भिखरें व्यक्तितव !

आओ अपने शब्दों को


सजाय और सँवारे क्योंकि 

शब्दों का ये खेल ऐसा ,

को ताकतवर न इनके जैसा !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract