STORYMIRROR

Tanha Shayar Hu Yash

Abstract Inspirational

4  

Tanha Shayar Hu Yash

Abstract Inspirational

शायरी सिखकर

शायरी सिखकर

1 min
50


शायरी सीखकर लिखने का खेल नहीं तनहा,

ये कुछ दुनियादारी है और कुछ बीते लम्हों का बवंडर।


शायरी के पौधे खाद से पनपा नहीं करते,

कोई ईद का चाँद है तो कोई दिन का आफताब। 


शायरी हर किसी के जिस्म से फुटा नहीं करती,

ये कहीं बहता लावा है तो कहीं दर्द का समन्दर। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract