अब तिश्नगी सी ज़िंदगी और खालीपन, रूठा समाज टूट कर मुझसे जाने किधर गया। अब तिश्नगी सी ज़िंदगी और खालीपन, रूठा समाज टूट कर मुझसे जाने किधर गया।
ऐसी ही मिशालें देते हुए हम यारों को, दुनियां में चार मिलते हैं। ऐसी ही मिशालें देते हुए हम यारों को, दुनियां में चार मिलते हैं।
पीकर जीना, जीकर पीना ये शराब तुम्हारी कभी कद्र नहीं करती। पीकर जीना, जीकर पीना ये शराब तुम्हारी कभी कद्र नहीं करती।
थोड़ी गुजिया थोड़ी भांग पिलाओ गालों पर मॉल गुलाल लाल हो जाओ। थोड़ी गुजिया थोड़ी भांग पिलाओ गालों पर मॉल गुलाल लाल हो जाओ।
महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से। महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से।
कई बार खुद को आजमाया है मैंने दुनिया में कुछ तन्हा सा हूँ यहाँ और ये तन्हाई बेहिसाब। कई बार खुद को आजमाया है मैंने दुनिया में कुछ तन्हा सा हूँ यहाँ और ये तन्हाई ...