अपने एहसासों से इन्हें लिखा है मैंने, मेरी ये दास्तान दुनिया को सुना देना! अपने एहसासों से इन्हें लिखा है मैंने, मेरी ये दास्तान दुनिया को सुना देना!
शायरी हर किसी के जिस्म से फुटा नहीं करती, ये कहीं बहता लावा है तो कहीं दर्द का समन्दर। शायरी हर किसी के जिस्म से फुटा नहीं करती, ये कहीं बहता लावा है तो कहीं दर्द क...