अपने एहसासों से इन्हें लिखा है मैंने, मेरी ये दास्तान दुनिया को सुना देना! अपने एहसासों से इन्हें लिखा है मैंने, मेरी ये दास्तान दुनिया को सुना देना!
विचारों का नहीं होगा उद्धार, होता रहेगा बलात्कार। विचारों का नहीं होगा उद्धार, होता रहेगा बलात्कार।
हृदय कोंपल मुरझाया है अधर न ये मुस्काया है आ जाओ अब कि बस तुम्हारी कमी है। हृदय कोंपल मुरझाया है अधर न ये मुस्काया है आ जाओ अब कि बस तुम्हारी क...