थोड़ी सी आजादी हमें भी दे दो अपने सपनों के आकाश में उड़ने को...! थोड़ी सी आजादी हमें भी दे दो अपने सपनों के आकाश में उड़ने को...!
लड़की पूछ रही है...! लड़की पूछ रही है...!
चम चम करता ताज है बेटी हमको तुझ पर नाज़ है बेटी । चम चम करता ताज है बेटी हमको तुझ पर नाज़ है बेटी ।
बनते बिगड़ते समाज में मैने मातृभाषा को मजबूती से खड़े देखा है,।। बनते बिगड़ते समाज में मैने मातृभाषा को मजबूती से खड़े देखा है,।।
विचारों का नहीं होगा उद्धार, होता रहेगा बलात्कार। विचारों का नहीं होगा उद्धार, होता रहेगा बलात्कार।