जाने कैसे हम इतने लाचार हो गए ! जाने कैसे हम इतने लाचार हो गए !
खामोशी का जाल हूँ मैं , बेबस हूँ लाचार नहीं, मानवता का संघर्ष यहाँ, मानवता से ही बर्बाद हूँ मैं। खामोशी का जाल हूँ मैं , बेबस हूँ लाचार नहीं, मानवता का संघर्ष यहाँ, मानवता से ही...
आ बैल तू मुझे मार यही कह कर ले लिया अनार। आ बैल तू मुझे मार यही कह कर ले लिया अनार।
हलाहल विष पीने के लिए नहीं है कोई महादेव इस बार, तो पकड़ लाये हैं वो किसी को अवतार हलाहल विष पीने के लिए नहीं है कोई महादेव इस बार, तो पकड़ लाये हैं वो किसी ...
हाँ मेरी मानो तो तुम कुछ सीखो वटवृक्ष महान से। हाँ मेरी मानो तो तुम कुछ सीखो वटवृक्ष महान से।
वो निर्मल है, वो निश्छल है, वो गम्भीर है वो कुछ चंचल वो निर्मल है, वो निश्छल है, वो गम्भीर है वो कुछ चंचल