भुला नहीं कभी मैं नसीहत तुम्हारी कहो जो करूंगा गैर दिल न दूँगा लिखा नाम दिल वसीयत तुम्हारी भुला नहीं कभी मैं नसीहत तुम्हारी कहो जो करूंगा गैर दिल न दूँगा लिखा नाम ...
मिले वक़्त तो तुम भी डाल देना कुछ बातों के खनकते सिक्के मिले वक़्त तो तुम भी डाल देना कुछ बातों के खनकते सिक्के
क्या औकात है इस दौलत की, सांसों की वसीयत तेरे नाम कर देते... क्या औकात है इस दौलत की, सांसों की वसीयत तेरे नाम कर देते...
रात की खामोशी में, झींगुर की आवाज़ पेड़ों की सायं सायं और जुगनूओं का साथ। चंदा की क रात की खामोशी में, झींगुर की आवाज़ पेड़ों की सायं सायं और जुगनूओं का साथ।...
वसीयत लिखनी है मुझको अपनी, किसी के नाम करनी है कुछ चीजें अपनी! वसीयत लिखनी है मुझको अपनी, किसी के नाम करनी है कुछ चीजें अपनी!
अपने एहसासों से इन्हें लिखा है मैंने, मेरी ये दास्तान दुनिया को सुना देना! अपने एहसासों से इन्हें लिखा है मैंने, मेरी ये दास्तान दुनिया को सुना देना!