शायद यही प्यार कहलाता है.
शायद यही प्यार कहलाता है.
जब किसी पे ऐतबार हो जाता है
किसी से वफ़ा की उम्मीद दिल कर जाता है,
किसी का इंतज़ार बहुत तड़पता है
किसी के दूर जाने से दिल घबराता है
किसी का साथ एक एहसास दे जाता है
किसी का इंतज़ार दिल को सुकून दे जाता है
किसी का ख्याल ज़हन में बार बार आता है
किसी का चहरा बार बार नज़र आता है
शायद यही प्यार कहलाता है....

