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Arjun Jain

Tragedy

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Arjun Jain

Tragedy

कहानी मेरी, कहानी तेरी...

कहानी मेरी, कहानी तेरी...

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हो किसी से मोहब्बत, ये ख्वाहिश थी मेरी 

पर कोई और भी था जिसे ख्वाहिश थी तेरी,


शायद लिखी ही थी कहानी अधूरी मेरी 

जिससे हो सके कहानी पूरी तेरी,


अब जब कभी तड़पाए मुझे याद तेरी 

बस इतना कह देना आज भी हूँ जिंदगी में तेरी...


ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
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