सबसे ज्यादा प्यार
सबसे ज्यादा प्यार
अब तक किसी ने भी जो अहसास न दिलाया
क्या होता है सच्चा प्यार दिल ने भी न महसूस कराया
इश्क़ के इस पहलू में जब से भर लिए है उन्होंने
ए ज़िन्दगी सबसे ज्यादा प्यार इनसे ही मुझे हो गया
बहुत से राहो से गुज़रे हम इस दुनिया के भीड़ में
बस चेहरे की चाह दिखाने वाले ही मिले थे इस राह में
पहली बार हुआ की किसी को मेरी सादगी भा गई जो
ए ज़िन्दगी सबसे ज्यादा प्यार इनसे ही मुझे हो गया
मेरी सूरत से नहीं मेरी सीरत से मोहब्बत है उन्हें
मेरी हर अदा से वाकिफ हर बात से इश्क़ है उन्हें
कैसे इनकार करता ये दिल भी उनके अहसासों से खुद को
ए ज़िन्दगी सबसे ज्यादा सुकून इनसे ही मुझे मिला
खुद से ज्यादा जो मेरी हर पल परवाह करते है
जाने क्या वजह है जो वो सनम हमसे इतना प्यार करते है
कभी भूल से भी नम नहीं होने देते जो पलकें मेरी
ए ज़िन्दगी सबसे ज्यादा प्यार इनसे ही दिल को हो गया
होकर बेपरवाह हम भरे महफिल में ये ऐलान करते है
हाँ हमारे सनम हम आपसे बहुत मोहब्बत करते है
चाह कर भी हमें भुला न पाओगे इतना चाहे गे हम इश्क़ में
की चाहत के हर अहसास गवाही देंगे दुनिया में
ए ज़िन्दगी सबसे ज्यादा प्यार इनसे ही दुनिया में मशहूर हो गया....!!
(काल्पनिक....)