सबको जाना है एक ही बक्से में!
सबको जाना है एक ही बक्से में!
बड़ा झुंड उनका देखकर,
तू कभी घबराना नहीं
गोरा रूप उनका देखकर,
तू कभी शरमाना नहीं।
मुश्किल सफर में जब,
वो तुझे ले सभी तरफ से घेर
कठिन डगर पर जब,
तेरे अपने ले तुझसे मुंह फेर।
फिर भी चलते रहना,
तू कभी रुकना नहीं
फिर भी लड़ते रहना,
तू कभी झुकना नहीं।
उन अनेकों के सामने,
मत समझना खुद को अकेला
प्रभु पर विश्वास, और खुद की
हिम्मत से जीत सकता है हर खेला।
फिर भी कभी हारने लगे,
तो भी तू रखना अपने इरादे नेक
उन अनेकों की ताकत के आगे,
ना होने देना अपने माथे को टेक।
हारकर या जीतकर, सबको हाजिर
होना हैं ऊपर वाले के कटघरे में
खेल शतरंज का हो या जिंदगी का,
खत्म होने पर सबको जाना है एक ही बक्से में।