सौंदर्य
सौंदर्य
सौन्दर्य
फोटोग्राफी कहूँ या कहूँ चित्रकारी
अद्भुत है यह चित्र है प्रशंसा का अधिकारी।
पानी का स्वभाव है बहते जाना
ठहराव को दिखाना है मानव प्रतिभा जाना ।
कितना संयम बरता होगा सोच कर हैरान
बेजान को जीवंत किया है दूँ परम सम्मान।
इक बूँद को कैप्चर करना नहीं है आसान
पता नहीं कितनी बार खींचा व डीलीट किया जान।
उत्कृष्टता आसानी से न आती
अपनी शत प्रतिशत देना पड़ता ।
बधाई चित्रकार को व उसकी चित्रकारी को
बधाई फोटोग्राफर को व उसकी फोटोग्राफी को ।
अधर की दो बूँद ने पहचान दिला दी
सौंदर्य का प्रतिमान, लिखने को बाधित कर गई।
