सैनिक का पत्र
सैनिक का पत्र
सैनिक ने भेजा पत्र अपनी पत्नी को,
जा रहा हूं प्रियवर तुम्हें छोड़कर आज,
पर यादों में रहूंगा हमेशा तुम्हारी,
गोली लगी है आज सीने में बच ना पाऊंगा,
तुमसे कहा था लौट कर आऊंगा
पर प्रियवर यह वचन निभा न पाऊंगा,
लिख रहा हूँ अपने रक्त से यह पत्र तुम्हें,
मेरे जाने के बाद मेरा शोक न करना,
सैनिक की पत्नी हो तुम टूटना मत,
छोड़कर जा रहा हूँ तुम रूठना मत,
मेरे जाने के बाद तुम वैसे ही तैयार होना ,
जैसे हमेशा से होती हो,
जा रहा हूं प्रियवर तुम्हें छोड़कर आज,
पर यादों में रहूंगा हमेशा तुम्हारी,
मेरे जाने के बाद कुछ ना बदलेगा,
तुम अपना हौसला मत खोना बस,
मेरी सारी जिम्मेदारियाँ अब तुम्हें उठानी है,
माता-पिता का हमेशा ध्यान रखना,
छोटे भाई को सहारा देना बहन की विदाई करनी है,
जानता हूँ जिम्मेदारियाँ बहुत बड़ी है ,
सब अकेले तुम्हें उठानी है,
जा रहा हूं प्रियवर तुम्हें छोड़कर आज,
पर यादों में रहूंगा हमेशा तुम्हारी,
तुम्हारे मांग का सिंदूर मेरे रक्त रूप में,
आज धरती पर बहा है,
उस रक्त की तुम लाज रखना ,
जा रहा हूँ छोड़कर तुम रूठना मत दो,
दिल को अपने समझा लेना आंखों को तुम मना लेना,
मेरे जाने के बाद तुम सबको संभाल लेना,
जा रहा हूं प्रियवर तुम्हें छोड़कर आज,
पर यादों में रहूंगा हमेशा तुम्हारी,
पत्र लिख रहा हूँ ,
तुम्हारे साथ बीते सभी पलों को याद कर रहा हूँ,
अब लौट कर तुम्हें ना देख पाऊंगा,
जब तक पत्र मिलेगा मैं एक सितारा बन जाऊंगा,
जा रहा हूं प्रियवर तुम्हें छोड़कर आज,
पर यादों में रहूंगा हमेशा तुम्हारी।