saabi .
Horror Thriller
मेरे साथ एक साया रहता है
हर पल मेरी परछाई में रहता है
पलट कर देखने पर कोई नहीं रहता
ख्वाबों में एक चेहरा रहता है
जिसके हाथों में मेरा हाथ रहता है
हकीकत में वो खोया रहता है
मेरे अंदर उसका डर रहता है
क्यों वो केवल साया रहता है।।
विदाई
ये लाल इश्क़
पुराने किस्से...
दिवाली मना ले...
"घुंघरू मेरा ...
बस एक थप्पड़ ...
कलम से
राखी, एक वचन....
हर नज़र ने कु...
जिंदगी
कर दो कृपा माँ शारदा दो मम् काव्य निखार..। कर दो कृपा माँ शारदा दो मम् काव्य निखार..।
फिर भी हक के लिए, दुत्कारा जाता बस अब। फिर भी हक के लिए, दुत्कारा जाता बस अब।
उसको हमेशा दूसरों से समानता का व्यवहार चाहिए। उसको हमेशा दूसरों से समानता का व्यवहार चाहिए।
नभ कहता है फैलो इतना ढक लो तुम सारा संसार ! नभ कहता है फैलो इतना ढक लो तुम सारा संसार !
देवी हैं भूमंडल की । मनोबल की है ढाल देवी हैं भूमंडल की । मनोबल की है ढाल
अमावस की काली रात सुनसान गलियों में आ रही थी कुत्तों के भौंकने की आवाजें। अमावस की काली रात सुनसान गलियों में आ रही थी कुत्तों के भौंकने की आवाज...
चुने हुए राष्ट्रपति वहां से भाग गए लोग डरकर विमान के पहियों पर चढ़ गए चुने हुए राष्ट्रपति वहां से भाग गए लोग डरकर विमान के पहियों पर चढ़ गए
लोगों की मुलाकात है मृत्यु। केवल शरीर का अंत नही है मृत्यु। लोगों की मुलाकात है मृत्यु। केवल शरीर का अंत नही है मृत्यु।
मात-पिता आज्ञाकारी एक सिंह होकर भी वो लाखों सेना पर भारी थे। मात-पिता आज्ञाकारी एक सिंह होकर भी वो लाखों सेना पर भारी थे।
जिन्ना के मुताबिक काम किए थे, पाक संविधान के अध्यक्ष बनें थे। जिन्ना के मुताबिक काम किए थे, पाक संविधान के अध्यक्ष बनें थे।
सभी नियमों का पालन करके मात करो कोरोना पर "सर सलामत तो पगडी पचास" थानलो दिमाग पर। सभी नियमों का पालन करके मात करो कोरोना पर "सर सलामत तो पगडी पचास" थानलो दिमाग...
साइकिल पीछे से कोई खिंचने का शब्द कुछ अनहोनी का एहसास साइकिल पीछे से कोई खिंचने का शब्द कुछ अनहोनी का एहसास
मेरे बस की बातें नहीं थी सनसनी चुप करने की मेरे बस की बातें नहीं थी सनसनी चुप करने की
ये भारत की रूह है, मानवता की जान। एक सूत्र में बाँधता, स्वदेशी संविधान।। ये भारत की रूह है, मानवता की जान। एक सूत्र में बाँधता, स्वदेशी संविधान।।
हे नारी तू चंडिका तू काली और माता शेरावाली है। हे नारी तू चंडिका तू काली और माता शेरावाली है।
नमन दंंपति व लाल, कमी ना पूरी होनी। नमन दंंपति व लाल, कमी ना पूरी होनी।
बादल गरजे जोरों से ओले पड़ते साथ साथ। बादल गरजे जोरों से ओले पड़ते साथ साथ।
दिल की बात जो कभी आ गई जुबां पर तो सच कहूँ तो प्यार का दुश्मन तो सारा जमाना है ! दिल की बात जो कभी आ गई जुबां पर तो सच कहूँ तो प्यार का दुश्मन तो सारा जमाना ह...
तमाम लोग एक कमरे में भी जुदा जुदा रहते हैं। तमाम लोग एक कमरे में भी जुदा जुदा रहते हैं।
तेरा कोई ना होगा अभी क्यों दिवाली मना रहा है ? तेरा कोई ना होगा अभी क्यों दिवाली मना रहा है ?