STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Romance

4.7  

सोनी गुप्ता

Abstract Romance

साथी

साथी

1 min
244


जीवन के

 हर सुख- दुख में 

हमेशा तुम्हारा साथ निभाऊंगी, 


कभी जब भी 

मायूसी और दुख 

छा जाए 

जीवन में तुम्हारे, 

प्यारी सी मुस्कुराहट बनकर 

आपके होठों पर

 खिल खिलाऊंगी, 


कभी साथी 

कभी हमसफ़र 

कभी प्यार तो

 कभी एहसास बनकर, 

मैं हर किरदार निभाऊंगी !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract