साम्राज्य
साम्राज्य
हर साम्राज्य की एक अनूठी मिसाल होती है,।
उसमे शौर्य की कुछ अलग ही पहचान होती है।।
याद रखा जाता है उसे इतिहास के पन्नों पर सदा।
जिस साम्राज्य का बलिदान स्थल उसकी कौम होती है।।
निरंतर करता है मेहनत, बनाता है हर रोज़ नई योजना।
दुश्मन को धूल चटाने में भी, मानो उसकी शान होती है।।
बाधाओं से डरकर भागना जैसे उसने कभी सीखा नहीं।
विश्व में अग्रणी हो राष्ट्र हमारा, ऐसी उसकी सोच होती है।।
भारत देश में भी ऐसे कई साम्राज्य आए और कुर्बान हुए।
जैसे मराठा साम्राज्य की चर्चा आज भी सरेआम होती है।।
छत्रपति शिवाजी का बलिदान कब कौन भूल सका।
बाजीराव पेशवा की ज़िंदगी, नहीं कोई आसान होती है।।
मराठों ने झोंक दी अपनी ज़िंदगी, अंगारों के भंवर में।
मां भारती की पीड़ा देख, उनको भी पीड़ा होती है।।
ना चैन से सो पाए, ना चैन से रह पाए।
दुश्मन की चिंता उनको, दिन-रात होती है।।
गुलामी में जकड़ी मां कितनी बेबस लगती होगी।
ये जागते थे उस पहर, जब जनता सोती होगी।।
आखिरकार वीरों का रक्त ही मां की बेड़ियां तोड़ पाया।
अमर हो गया मराठा साम्राज्य, हर मुख से तारीफ़ होती है।।
यूं ही नहीं साम्राज्य की स्थापना होती है।
उसमें देशभक्ति की कहीं तो बात होती है।।