सामान्य-असामान्य
सामान्य-असामान्य
हाँ, औरत ही समझो मुझे, यही आयाम तो अनोखा है,
मैं सुलभा, सुचेतना, प्रकृति मेरा अंदाज़ भी तो नोखा है!
हाँ, औरत ही समझो मुझे, यही आयाम तो अनोखा है,
मैं सुलभा, सुचेतना, प्रकृति मेरा अंदाज़ भी तो नोखा है!