रंगो का मेल है होली
रंगो का मेल है होली
जिंदगी के रंगों का मेल है होली,
रंगों के उत्सव का खेल है होली,
स्वप्न और हकीकत का गठजोड़ है होली,
पावन धरा पर आकाशीय किरणों का प्रकाश है होली!
हंसी-खुशी और डूबे मस्ती में,
अबीर - गुलाल और फूलों के संग,
खुशियां उमंग और उत्साह से खेले,
फाल्गुन का पर्व होली में झूमे!
केशव की गोपियां घूमे,
शंकर की बारात सी सजे ,
इंद्रधनुष के सारे रंग ,
प्रह्लाद की झोली में झूमे!
क्रोध- ईर्ष्या को भस्म करती होली,
दुख - असहाय के प्रश्नों की होली,
हर घर पर रंगों की छाप यह होली,
यथा सब के होठों की हंसी फुहार है होली!