रंग लगाने आ जाना
रंग लगाने आ जाना
भूल कर ही सही मगर दीदार दिखाने आ जाना,
इस होली पर दिलबर मेरे रंग लगाने आ जाना।
नींद खोकर यादों में तेरी बहुत जगी हैं आँखे ये,
थकी नजर के इस दरिये में डूब जाने आ जाना।
झूठा नहीं हो सकता तेरा ये आंखों का इजहार,
एक दफा फिर से ये एतबार जगाने आ जाना।
सहमी सहमी सी रहती हैं मेरे दिल की धड़कन,
अपनी धड़कन से मेरा दिल धड़काने आ जाना।
तेरे हुस्न के रंगों की फकत अब तलब रही आखरी,
मेरी बेनूर ज़िन्दगी में तुम फिर रंग जमाने आ जाना।